“बिंदास मुस्कुराओ क्या गम है,
ज़िन्दगी में टेंशन किसको कम है,
याद करने वाले तो बहुत है आपको,
दिल से तंग करने वाले तो सिर्फ हम है!”
“बिंदास मुस्कुराओ क्या गम है,
ज़िन्दगी में टेंशन किसको कम है,
याद करने वाले तो बहुत है आपको,
दिल से तंग करने वाले तो सिर्फ हम है!”
मिलते हो बहुत लोग है ज़िन्दगी की राहों में,
मगर हर किसी में आप जैसी बात नहीं होती।
देखा है तुम्हारे आगे,
शर्मा के फूलों को मुरझाते,
ए जहाँ को घायल करने वाले
तुम डिओडोरेंट क्यों नहीं लगाते।
बिन बूंदो के बारिश ka एहसास कैसे होगा,
जूनून हो Dil में जिसके वो हताश कैसे होगा,
कार्यक्रम के इस रंग Ka मिज़ाज़ कैसा है,
बिन ताली के हमें यह एहसास Kaise होगा…
अपनी कद्रदानी को,
इस तरह Naa छिपाइए,
अगर प्रस्तुति पसंद आई Ho,
तो तालियाँ बजाइये……
apanee kadradaanee ko,
is tarah na chhipaie,
agar prastuti pasand aaee ho,
to taaliyaan bajaiye….
पूजा हो मंदिर Me तो थाली भी चाहिए,
गुलशन Hai गुल का तो माली भी चाहिए है,
दिल Hai दिलवाला तो दिलवाली भी चाहिए,
कार्यक्रम Hai हमारा तो आपकी ताली भी चाहिए…
pooja ho mandir mein to thaalee bhee chaahie,
gulashan hai gul ka to maalee bhee chaahie hai,
dil hai dilavaala to dilavaalee bhee chaahie,
kaaryakram hai hamaara to aapakee taalee bhee chaahie…
हर एक कपडे का टुकड़ा माँ का आँचल हो नहीं सकता ,
जिसे दुनिया को पाना हो वो पागल हो नहीं सकता ,
दर्सको की तालियां जब तक कार्यक्रम में न शामिल हो ,
किसी कार्यक्रम का किस्सा पूरा हो नहीं सकता।
बिना प्रकाश के कोई उजाला हो नहीं सकता
बिना दिल के कोई दिलवाला हो नहीं सकता
जो न बजाए मेरे कलाकारों के लिए ताली
वो कार्यक्रम का दीवाना हो नहीं सकता।