मैं लिख दू आपकी उम्र चाँद ..
विश्वास का यह बंधन यूं ही ..
जिस्म पर खरोच दे दोगे तो ..
मुझे माफ़ कर मेरे या खुदा ..
वो नब्ज नहीं फिर थमने दी, ..
“आप एक इंसान को कभी धोखा ..
बेहतर से बेहतर की तलाश करो, मिल जाए नदी तो समंदर की तलाश करो, टूट जाते ..
सदा दूर रहो गम की परछाइयों से, ..
यूँ भी इक बार तो होता कि ..
आज से आने वाली घड़ियाँ करे ..