Waseem Barelvi Shayari
अपने चेहरे से जो ज़ाहिर है छुपाएँ कैसे
तेरी मर्ज़ी के मुताबिक़ नज़र आएँ कैसे
Shayari Waseem Barelvi
दुख अपना अगर हम को बताना नहीं आता
तुम को भी तो अंदाज़ा लगाना नहीं आता
उसे समझने का कोई तो रास्ता निकले
मैं चाहता भी यही था वो बेवफ़ा निकले
Waseem Barelvi Best Shayari
आँखों को मूँद लेने से ख़तरा न जाएगा
वो देखना पड़ेगा जो देखा न जाएगा
प्यार की रात हो छत पर हो तेरा साथ तो फ़िर
चाँद को बीच में डाला नहीं जाता मुझसे
Waseem Barelvi 4 Line Shayari in Hindi
यह सोच कर कोई अहदे-वफ़ा करो हमसे,
हम एक वादे पे उम्रें गुज़ार देते हैं…।
उजाले अपनी यादों के हमारे साथ रहने दो,
न जाने किस गली में ज़िंदगी की शाम हो जाए.
वो मेरे घर नहीं आता मैं उस के घर नहीं जाता,
‘मगर’ इन एहतियातों से तअल्लुक़ मर नहीं जाता.
(Visited 227 times, 1 visits today)