500+ Barish Shayari
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500+ Barish Shayari

Aug 25, 2022

Barish Shayari In Hindi : We are sharing the latest collection of Barish Shayari with Images. Find the best नई बारिश शायरी इन हिंदी Photos, Messages, Quotes, Status, Videos on our blog. Feel free to Download and share them on WhatsApp, Facebook, Instagram.

Pahli Barish
Khud Ko Itna Bhi Na Bachaya Kr,
Barisen Hua Kare To Bheeg Jaya Kar.

ख़ुद को इतना भी न बचाया कर,
बारिशें हुआ करे तो भीग जाया कर।


 

Barishen Hua Karen – Rain Shayari

Jab Bhi Hogi Pahli Barish, Tumko Samne Payenge,
Wo Boondo Se Bhara Chehra Tumhara Hum Dekh To Payenge.

Barish Shayari

जब भी होगी पहली बारिश, तुमको सामने पायेंगे,
वो बूंदों से भरा चेहरा तुम्हारा हम देख तो पायेंगे।


Barish Shayari


Barish Ke Najrane
Hairat Se Takta Hai Sahra Barish Ke Najrane Ko,
Kitni Door Se Aai Hai Ye Ret Se Hath Milane Ko.

Barish Shayari

हैरत से ताकता है सहरा बारिश के नज़राने को,
कितनी दूर से आई है ये रेत से हाथ मिलाने को।


Majbooriyan Odh Ke Nikalta Hun Ghar Se Aajkal,
Barna Shauk To Aaj Bhi Hai Barishon Me Bheegne Ka.

मजबूरियाँ ओढ़ के निकलता हूँ घर से आजकल,
वरना शौक तो आज भी है बारिशो में भीगने का।

Barishon Mein – Barish Shayari In Hindi


Barish Shayari



Tumhe Barish Pasand Hai
Tumhe Barish Pasand Hai Mujhe Barish Me Tum,
Tumhe Hansna Pasand Hai Mujhe Haste Hue Tum,
Tumhe Bolna Pasand Hai Mujhe Bolte Huye Tum,
Tumhe Sab Kuch Pasand Hai Aur Mujhe Bas Tum.

तुम्हें बारिश पसंद है मुझे बारिश में तुम,
तुम्हें हँसना पसंद है मुझे हस्ती हुए तुम,
तुम्हें बोलना पसंद है मुझे बोलते हुए तुम,
तुम्हें सब कुछ पसंद है और मुझे बस तुम।


Tumhen Barish Pasand Hai – Barish Shayari

Barish Shayari


Barsaat Ke Mousam Mein
Wo Mere Ru-Ba-Ru Aya Bhi To Barsaat Ke Mousam Mein,
Mere Aansoo Beh Rahe The Wo Barsat Samajh Betha.

Barish Shayari

वो मेरे रु-बा-रु आया भी तो बरसात के मौसम में,
मेरे आँसू बह रहे थे और वो बरसात समझ बैठा।


Barish Whatsapp Status – Barsat Ke Mausam Mein

Rahne Do Ki Ab Tum Bhi Mujhe Parh Na Sakoge,
Barsat Me Kagaj Ki Tarh Bheeg Gaya Hun Main.

Barish Shayari

रहने दो कि अब तुम भी मुझे पढ़ न सकोगे,
बरसात में काग़ज़ की तरह भीग गया हूँ मैं।


Barish Shayari



Uff Ye Barsaat
Ek To Ye Raat, Uff Ye Barsaat,
Ek To Sath Nahi Tera, Uff Ye Dard Behisab
Kitni Ajeeb Si Hai Baat,
Mere Hi Bas Me Nahi Mere Ye Halat.

एक तो ये रात, उफ़ ये बरसात,
इक तो साथ नही तेरा, उफ़ ये दर्द बेहिसाब
कितनी अजीब सी है बात,
मेरे ही बस में नही मेरे ये हालात।

 


ज़रा ठहरो बारिश थम जाये
तो फिर चले जाना
किसी का तुझ को छू लेना
मुझे अच्छा नहीं लगता

 


मौसम-ए-इश्क़ है तू एक कहानी बन के आ,
मेरे रूह को भिगो दें जो तू वो पानी बन के आ!


पहले बारिश होती थी
तो याद आते थे
अब जब याद आते हो
तो बारिश होती है !!


तुम्हारे चेहरे का मौसम
बड़ा सुहाना लगे
मैं थोडा लुफ्त उठा लू
अगर बुरा न लगे !!


कल रात मैंने सारे ग़म आसमान को सुना दिए
आज मैं चुप हूँ और आसमान बरस रहा है

ग़म-ए-बारिशे इसीलिए नहीं कि तुम चले गए,
बल्कि इसलिए कि हम ख़ुद को भूल गए।


बारिश से मोहब्बत मुझे कुछ इस क़दर है,
वो बरश्ता उधर है,
और मेरा दिल धड़कता इधर है।


Tumhe Barish Pasand Hai Mujhe Barish Me Tum,
Tumhe Hansna Pasand Hai Mujhe Haste Hue Tum,
Tumhe Bolna Pasand Hai Mujhe Bolte Huye Tum,
Tumhe Sab Kuch Pasand Hai Aur Mujhe Bas Tum.

तुम्हें बारिश पसंद है मुझे बारिश में तुम,
तुम्हें हँसना पसंद है मुझे हस्ती हुए तुम,
तुम्हें बोलना पसंद है मुझे बोलते हुए तुम,
तुम्हें सब कुछ पसंद है और मुझे बस तुम।


Rahne Do Ki Ab Tum Bhi Mujhe Parh Na Sakoge,
Barsat Me Kagaj Ki Tarh Bheeg Gaya Hun Main.

रहने दो कि अब तुम भी मुझे पढ़ न सकोगे,
बरसात में काग़ज़ की तरह भीग गया हूँ मैं।


कुछ नशा तेरी बात का है
कुछ नशा धीमी बरसात का है
हमे तुम यूँही पागल मत समझो
यह दिल पर असर पहली मुलाकात का है
 
Barish Shayari
Kuch nasha teri baat ka hai 
kuch nasha teri dhimi barsant ka hai
hame tum yuhi pagal mat samjho
yah dil par asar pehli mulakat ka hai.

 


Jab Bhi Hogi Pahli Barish, Tumko Samne Payenge,
Wo Boondo Se Bhara Chehra Tumhara Hum Dekh To Payenge.

जब भी होगी पहली बारिश, तुमको सामने पायेंगे,
वो बूंदों से भरा चेहरा तुम्हारा हम देख तो पायेंगे।


Hairat Se Takta Hai Sahra Barish Ke Najrane Ko,
Kitni Door Se Aai Hai Ye Ret Se Hath Milane Ko.

हैरत से ताकता है सहरा बारिश के नज़राने को,
कितनी दूर से आई है ये रेत से हाथ मिलाने को।


Wo Mere Ru-Ba-Ru Aya Bhi To Barsaat Ke Mousam Mein,
Mere Aansoo Beh Rahe The Wo Barsat Samajh Betha.

Barish Shayari

वो मेरे रु-बा-रु आया भी तो बरसात के मौसम में,
मेरे आँसू बह रहे थे और वो बरसात समझ बैठा।


हुई बारिश ज़रा सी सबको अपना काम याद आया,
किसी को प्यार अपना किसी को याद जाम आया.

Huyi Barish Jara Si Sabko Apana Kaam Yaad Aaya,
KisiKo Pyaar Apana Kisi Ki Yaad Jaam Aaya.


मैं तेरे नसीब कि बारिश नहीं जो तुझपे बरस जाऊं,
तुझे तक़दीर बदलनी होगी मुझे पाने के लिए.

Barish Shayari

Mai Tere Naseeb Ki Barish Nahi Jo Tujhpe Baras Jaau,
Tujhe Takdir Badalni Hogi Mujhe Paane Ke Liye.


वक्त बारिश का, और तेरा साथ,
ज़िन्दगी से और क्या माँगु सौगात.

Barish Shayari

Wakt Barish Ka Aur Tera Sath,
Zindagi Se Kya Maangu Saugaat.


किस को ख़बर थी साँवले बादल बिन बरसे उड़ जाते हैं,
सावन आया लेकिन अपनी क़िस्मत में बरसात नहीं.

Barish Shayari

Kis Ko Khabar Thi Saavle Baadal Bin Barse Ud Jaate Hai,
Aavan Aaya Lekin Apani Kismat Me Barsat Nahi.


दूर तक छाए थे बादल और कहीं साया न था,
इस तरह बरसात का मौसम कभी आया न था.

barish shayari

Dur Tak Chhaye The Badal Aur Kahi Saaya Na Tha,
Is Tarah Barsaat Ka Mausam Kabhi Aaya Na Tha.


चल साथ दोस्त कहीं घूम आते हैं,
रिमझिम सी बारिश में भीग आते हैं.

barish shayari

Chal Sath Mere Dost Kahi Ghum Aate Hai,
Rimjhim BarishMe Bheeg Aate Hai.

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