Dard Bhari shayari
Akelepan Zindagi Dard Bhari Shayari
Naseehat Achchi Deti Hai Duniya,
Agar Dard Kisi Ghair Ka Ho.
नसीहत अच्छी देती है दुनिया,
अगर दर्द किसी ग़ैर का हो।
Khamoshyian Kar Deti Bayaan Toh Alag Baat Hai,
Kuchh Dard Hain Jo Lafzo Mein Utaare Nahi Jate.
खामोशियाँ कर देतीं बयान तो अलग बात है,
कुछ दर्द हैं जो लफ़्ज़ों में उतारे नहीं जाते।
Dard Mohabbat Ka Ai Dost Bahut Khoob Hoga,
Na Chubhega.. Na Dikhega.. Bas Mahsoos Hoga.
दर्द मोहब्बत का ऐ दोस्त बहुत खूब होगा,
न चुभेगा.. न दिखेगा.. बस महसूस होगा।
Paas Jab Tak Woh Rahe Dard Thama Rahta Hai,
Phailta Jata Hai Phir Aankh Ke Kajal Ki Tarah.
पास जब तक वो रहे दर्द थमा रहता है,
फैलता जाता है फिर आँख के काजल की तरह।
Ab Toh Haathon Se Lakeerein Bhi Miti Jati Hain,
Usey Khokar Mere Paas Raha Kuchh Bhi Nahi.
अब तो हाथों से लकीरें भी मिटी जाती हैं,
उसे खोकर मेरे पास रहा कुछ भी नहीं।
Dard Se Haath Na Milate Toh Aur Kya Karte,
Gham Mein Aansu Na Bahate Toh Aur Kya Karte,
Usne Mangi Thi Humse Roshni Ki Duaa,
Hum Apna Dil Na Jalate To Aur Kya Karte.
दर्द से हाथ न मिलाते तो और क्या करते,
गम में आँसू न बहते तो और क्या करते,
उसने मांगी थी हमसे रौशनी की दुआ,
हम अपना दिल न जलाते तो और क्या करते।
उसने दर्द इतना दिया कि सहा ना गया,
उसकी आदत सी थी इसलिए रहा न गया,
आज भी रोती हूं उसे दूर देख के,
लेकिन दर्द देने वाले से यह कहा ना गया!
रोज़ उदास होते है हम,
और रात गुजर जाती है,
कहने को तो जी रहे है लेकिन,
हर पल हर लम्हा सांस निकलती जाती है.
Bewafa Dard Bhari Shayari
कह कर तुम बता नहीं सकते,
प्यार को अपने जता नहीं सकते,
फिर क्या फायदा तुम्हारी दोस्ती का,
जब एक भी वादा तुम निभा नहीं सकते.
छिपा कर दर्द अपनी हंसी में,
मै अंदर से खोखला हो रहा हूं,
क्या सुन सकता है तू मेरी आवाज़,
मै आज भी सिर्फ तेरे लिए रो रहा हूँ.
Mein Kush Hun Ke Teri Nafraton Ka El Akela Warish Hun
Warna Mohabbat To Tujhe Bohut Se Log Karte Hai
में खुश हूँ कि तेरी नफ़रतों का ेल अकेला वारिस हूँ
वरना मोहब्बत तो तुझे बहुत से लोग करते है
तड़पता देख कर तरस तुम जाओ गए
हुए तुम अगले बरस तुम भी जाओ गए
हर पल यही सोचता रहा,
के कहा कमी रह गयी थी मेरी चाहत में;
उसने इतनी शिदत्त से मेरा दिल तोड़ा,
के आज तक नहीं संभल पाए.
हँसते हुए ज़ख्मों को भुलाने लगे हैं हम;
हर दर्द के निशान मिटाने लगे हैं हम;
अब और कोई ज़ुल्म सताएगा क्या भला;
ज़ुल्मों सितम को अब तो सताने लगे हैं हम.
दर्द तो रोज का तमाशा है,
आज तो सदीद है साईं।
dard to roj ka tamaasha hai,
aaj to sadeed hai saeen.
हम उम्मीदों की दुनियां बसाते रहे;
वो भी पल पल हमें आजमाते रहे;
जब मोहब्बत में मरने का वक्त आया;
हम मर गए और वो मुस्कुराते रहे।
Dard Bhari Shayari Hindi
कौन कहता है नफ़रतों मैं दर्द होता है,
कुछ मोहब्बत बड़ी कमाल की होती है..!!
कभी सोचा न था के वो मुझे तनहा कर जायेगा,
जो अक्सर परेशां देख कर कहता था मैं होना..!!
अकेले ही गुजारनी पड़ती है ज़िन्दगी,
और तसलियाँ देते है जीना..!!
जिस दिल में बसा था नाम तेरा हमने वो तोड़ दिया,
न होने दिया तुझे बदनाम बस तेरे नाम लेना छोड़ दिया..!!
चीज़ बेवफ़ाई से बढ़कर क्या होगी;
ग़म-ए-हालात जुदाई से बढ़कर क्या होगी;
जिसे देनी हो सज़ा उम्र भर के लिए;
सज़ा तन्हाई से बढ़कर क्या होगी।
वो देता है दर्द बस हमी को;
क्या समझेगा वो इन आँखों की नमी को;
चाहने वालों की भीड़ से घिरा है जो हर वक़्त;
वो महसूस क्या करेगा बस एक हमारी कमी को।
हम नहीं करते इश्क़ से इश्क़ तो हमारा पेशा है,
वो इश्क़ ही गया जिस मैं यार बेवफा है..!!
ज़रा सी ज़िंदगी है, अरमान बहुत हैं;
हमदर्द नहीं कोई, इंसान बहुत हैं;
दिल के दर्द सुनाएं तो किसको;
जो दिल के करीब है, वो अनजान बहुत है!
Dard Bhari Shayari In Hindi
“क्यों बनाया मुझको आए बनाने वाले,
बहुत गम देते हैं ये जमाने वाले….,
मैंने आग के उजालों में कुछ चेहरों को देखा,
मेरे अपने ही थे मेरे घर जलाने वाले.”
कितना दर्द भरा था उनका मुझे छोड़ के जाना,
सुना भी कुछ नहीं और कहा भी कुछ नहीं,
कुछ इस तरह बरबाद हुए उनकी मोहब्बत में,
लौटा भी कुछ नहीं और बचा भी कुछ नहीं.
रोज़ उदास होते है हम,
और रात गुजर जाती है,
कहने को तो जी रहे है लेकिन,
हर पल हर लम्हा सांस निकलती जाती है.
प्यार सभी को जीना सिखा देता है,
वफा के नाम पर मरना सिखा देता है,
प्यार नहीं किया तो कर के देख लो यारों,
जालिम हर दर्द सहना सिखा देता है.
ज़रा सी ज़िंदगी है, अरमान बहुत हैं,
हमदर्द नहीं कोई, इंसान बहुत हैं,
दिल के दर्द सुनाएं तो किसको,
जो दिल के करीब है, वो अनजान बहुत है.
दर्द बहुत हुआ दिल के टूट जाने से,
कुछ न मिला उनके लिए आँसू बहाने से,
वो जानते थे वजह मेरे दर्द की,
फिर भी बाज़ न आये मुझे आजमाने से.
Shayari Dard Bhari
कभी कभी ये क्यों लगता है,
कि तुम मेरी पूरी ज़िन्दगी हो।
और मैं तुम्हारा लम्हा भी नहीं।
Kabhee kabhee ye kyon lagata hai,
ki tum meree pooree zindagee ho.
aur main tumhaara lamha bhee nahin.
कांटो सी चुभती है तन्हाई,
अंगारों सी सुलगती है तन्हाई,
कोई आ कर हम दोनों को ज़रा हँसा दे,
मैं रोता हूँ तो रोने लगती है तन्हाई।
न वो सपना देखो जो टूट जाये,
न वो हाथ थामो जो छूट जाये,
मत आने दो किसी को करीब इतना,
कि उसके दूर जाने से इंसान खुद से रूठ जाये।
Tere Aise Sache Aashiq Hai Hum
Dil Me Jiske Pyar Na Ho Kabhi Kum
Sache Pyar Me To Zindagi Mehak Jati Hai
Na Jane Hmari Aankhe Kyu Hai Nam
तेरे ऐसे सच्चे आशिक़ है हम
दिलमे जिसके प्यार न हो कभी कम
सच्चे प्यार में तो ज़िन्दगी महक जाती है
ना जाने हमारी आँखे क्यों है नम
Tujhe Pane Ki Tmanna Dil Se Nikaal Di Maine
Mgar Aakho Ko Tere Intzaar Ki Aadat Si Ban Gyi Hai
तुझे पाने की तमन्ना दिल से निकाल दी मैंने
मगर आँखों को तेरे इंतज़ार की आदत सी बन गयी है
Tere Nafrat Se Bhi Maine Rishta Nibhaya Hai
Tune Baar Baar Mujhe Faltoo Hone Ka Ahsaas Dilaya Hai
तेरे नफरत से भी मैंने रिश्ता निभाया है
तूने बार बार मुझे फाल्तू होने का अहसास दिलाया है
जरा सी गलतफहमी पर
न छोड़ो किसी अपने का दामन
क्योंकि जिंदगी बीत जाती है
किसी को अपना बनाने में
Whatsapp Dard Bhari Shayari
आँसू भी आते हैं और
दर्द भी छुपाना पड़ता है
ये जिंदगी है साहब यहां
जबरदस्ती भी मुस्कुराना पड़ता है।
अदाएं कातिल होती हैं
आँखें नशीली होती हैं,
मोहब्बत में अक्सर होंठ सूखे होते हैं
और आँखे गीली होती हैं।
जहर की भी जरुरत नहीं पड़ी
हमें मारने के लिए, तुम्हारे ऐसे
बर्ताव ने ही हमें मार डाला।
आधा ख्वाब, आधा इश्क़, आधी
सी है बंदगी,
मेरे हो…पर मेरे नही.. कैसी है ये
जिंदगी…
इस तरह मिली वो मुझे सालों के बाद
जैसे हक़ीक़त मिली हो ख्यालों के बाद
मैं पूछता रहा उस से ख़तायें अपनी
वो बहुत रोई मेरे सवालों के बाद।
अगर खुदा ने पूछा तो कह देंगे, हुई थी
मोहब्बत, मगर जिससे हुई
हम उसके काबिल न थे,,,😔
मुझे बहुत प्यारी है तुम्हारी दी
हुई हर एक निशानी,
अब चाहे वो दिल का दर्द हो या
आँखों का पानी..!!
Zindagi Dard Bhari Shayari
उन लोगों का क्या हुआ होगा
जिनको मेरी तरह गम ने मारा होगा
किनारे पर खड़े लोग क्या जाने
डूबने वाले ने किस किस को पुकारा होगा।।
ना मेरा दिल बुरा था
ना उसमे कोई बुराई थी
बस नसीब का खेल है,
क्योंकि किस्मत में जुदाई थी।।
ना आंसूओं से छलकते हैं
ना काग़ज़ पर उतरते हैं,
दर्द कुछ होते हैं ऐसे जो बस
भीतर ही भीतर पलते हैं…
तुम पर भी यकीन है और
मौत पर भी एतबार है,
देखते हैं पहले कौन मिलता है
हमें दोनों का इंतजार है।
अगर वो खुश है देखकर आंसू मेरी आंखों में
तो रब की कसम हम मुस्कुराना छोड़ देंगे
तड़पते रहेंगे उसे देखने के लिए
लेकिन उसकी तरफ नज़रें उठाना छोड़ देंगे।
टूट जायेगी तुम्हारी
जिद की आदत भी उस दिन,
जब पता चलेगा की
याद करने वाला अब याद बन गया🙂
हम हंसते तो हैं लेकिन सिर्फ
दूसरों को हंसाने के लिए
वरना ज़ख्म तो इतने हैं कि
ठीक से रोया भी नही जाता।
तुम्हें पा लेते तो किस्सा खत्म हो जाता,
तुम्हें खोया है तो यकीनन कहानी लंबी चलेगी।