किसी को जलाने की एटीट्यूड शायरी
मत करो मेरी पीठ के पीछे बात जाकर मत करो मेरी पीठ के पीछे बात जाकर कोने में।
वरना पूरी जिंदिगी गुज़र जाएगी रोने में।कोने में। वरना पूरी जिंदिगी गुज़र जाएगी रोने में।
जिंदिगी की यही रीत है पीठ पीछे सब कमीने सामने सब Sweet हैं।
“वैसे तो पूरी दुनिया हमारी दीवानी है। हाँ भूल गए है कुछ लोग औकात अपनी,
वक्त रहते उन्हें उनकी औकात याद दिलानी है। “
“- समझदार को इशारा काफी बच्चो को गुब्बारा काफी।”
“मैं दुनिया को सफाई क्यों दू मैं जो हु वो हु सबको गवाही क्यों दू।”
“ज्यादा मत झुको लोग गिरा हुआ समझते है।”
“कितनी ही शिद्दत से संभाल लो जिंदिगी को तुम। कोई न कोई कमी रह जाएगी मेरे बिन”
“लगता है आज जिंदिगी खफा है । चलिए छोड़िये कौन सी पहली दफा है ।”
“लड़का तमीज़ वाला चाहिए। बद्तमीज़ तो मेरा दिल भी है।”
इतना गुमान मत रखो गोरे रंग का हम दूध से ज़ादा चाय के दीवाने हैं।
राज तो हमारा हर जगह पर है। पसंद करने वालो के दिलो में, न पसंद करने वालो के दिमाग में।
“वो बोले ताली तो हाथ से बजती है मेने चमाट मार के बजा दी एक हाथ से ताली।”
आसमान पर ठिकाने किसी के नहीं होते जो ज़मीन पर नहीं होते वो कहीं पे नहीं होते।