उम्मीद शायरी इन हिंदी
वो नब्ज नहीं फिर थमने दी,
जिस नब्ज को हमने थाम लिया,
बीमार है जो किस धर्म का है
हमसे कभी ना यह भेद हुआ,
शरहद पर जो वर्दी खाकी थी
अब उसका रंग सफेद हुआ.
निराशा में थोड़ा-सा आराम देता है,
जो उम्मीद का दामन थाम लेता है.
लौट आयेंगी खुशियाँ
थोड़ा गमों का शोर है,
जरा संभलकर रहना दोस्तों
ये इम्तिहानों का दौर है.
कम, बुरे दौर का असर होगा,
उम्मीद है कल बेहतर होगा।
जो वक़्त की आंधी से खबरदार नहीं है,
कुछ और ही होंगे वो कलमकार नहीं है.
कुमार विश्वास
जब जिंदगी के सारे रास्ते बंद हो जाते है,
तब उम्मीद ही जीवन का सही रास्ता होता है.
हमेशा याद रखना – उम्मीद का चिराग
बड़े-बड़े तूफानों में भी नहीं बुझता है.
पहले नहाई ओस में, फिर आंसुओं में रात
यूं बूंद-बूंद उतरी हमारे घरों में रात।
आंखों को सबकी नींद भी दी, ख्वाब भी दिए
हमको शुमार करती रही दुश्मनों में रात।
पहले नहाई ओस में, फिर आंसुओं में रात
यूं बूंद-बूंद उतरी हमारे घरों में रात।
आंखों को सबकी नींद भी दी, ख्वाब भी दिए
हमको शुमार करती रही दुश्मनों में रात।
अच्छी सोच ही तुम्हे बड़ा बनाती है
खड़ा कर तुम्हे अपने पैरों पर
अपने सपनो के मुक़ाम तक पहुंचती है।
“सोच” में अपनी इंसानियत लाओ|
ज़िन्दगी को अपनी अहम बनाओ||
बुद्धिमान चुप रहते है
समझदार बोलते है
मूर्ख बहस करते है।
कल में जीना हर किसी की एक सोच है
मगर आज को भूलना जिंदगी में पड़ी
एक दर्द भरी मोच है।