Suhana Safar Shayari
सुहाना सफर शायरी (Suhana Safar Shayari) हमें भावनाओं, सुंदरता और आत्मनिरीक्षण से भरी यात्रा पर ले जाती है। शब्दों की शक्ति के माध्यम से, यह यात्रा के सार को पकड़ता है, जिससे हम अपने आप को मोहक परिदृश्य और अनुभवों में खो सकते हैं। छंद हमें नए क्षितिजों में ले जाते हैं, हमारे भीतर भटकने की शक्ति को जागृत करते हैं और हमें अन्वेषण की परिवर्तनकारी शक्ति की याद दिलाते हैं। सुहाना सफर शायरी यात्रा की खुशी के लिए एक काव्यात्मक श्रद्धांजलि है, जो हमें अपने स्वयं के रोमांच को शुरू करने और इंतजार कर रहे जादू को गले लगाने के लिए प्रेरित करती है।
ख्वाहिश बड़ी मगर थोड़ा गम है,
लगता है सफर भी थोड़ा कम है।
Khwahish badi magar thoda gam hai,
Lagta hai safar bhi thoda kam hai.
थामा है हाथ तो साथ निभाना,
जिंदगी का सफर होगा तेरे संग सुहाना।
Thama hai hath to sath nibhana,
Zindagi ka safar hoga tere sang suhana.
इंसान जब सफर समझ नही आता है,
जब मंजिल का कोई पता नही होता है।
Insan jab safar samajh nahi aata hai,
Jab manzil ka koi pata nahi nahi hota hai.
ना थके हैं कभी पैर,
ना कभी हिम्मत हारी है,
जज्बा है कुछ बनने का ज़िंदगी में,
इसलिये सफर जारी है।