मोटिवेशनल शायरी फॉर स्टूडेंट्स इन हिंदी
बेहतर से बेहतर की तलाश करो,
मिल जाए नदी तो समंदर की तलाश करो,
टूट जाते हैं शीशे पत्थरों की चोट से,
तोड़ से पत्थर ऐसे शीशे की तलाश करो
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रख हौसला वो मंजर भी आयेगा,
प्यासे के पास चल के समन्दर भी आयेगा,
थक कर न बैठ ऐ मंजिल के मुसाफिर,
मंजिल भी मिलेगी…
और मिलने का मज़ा भी आयेगा।
होके मायूस ना आँगन से उखाड़ो ये पौधे
धूप बरसी है यहाँ तो बारिश भी यही पे होगी।।
आज बादलों ने फिर साजिश की
जहाँ मेरा घर था वहीं बारिश की
अगर फलक को जिद है बिजलियाँ गिराने की
तो हमें भी जिद है वहीं पर आशियाँ बसाने की
अगर पाना है मंजिल तो
अपना रहनुमा खुद बनो,
वो अक्सर भटक जाते हैं
जिन्हें सहारा मिल जाता है।
आज तेरे लिए वक्त का इशारा है,
देखता ये जहां सारा है,
फिर भी तुझे रास्तों की तलाश है,
आज फिर तुझे मंज़िलो ने पुकारा है।
सोचने से कहाँ मिलते हैं तमन्नाओं के शहर,
चलना भी जरुरी है मंजिल को पाने के लिए।
कोई भी लक्ष्य बड़ा नहीं,
जीता वही जो डरा नहीं।
“ मेहनत इतनी खामोशी से करो कि सफलता शोर मचा दे । “