
परछाई आपकी हमारे दिल में है,
यादे आपकी हमारी आँखों में है,
कैसे भुलाये हम आपको,
प्यार आपका हमारी साँसों में है।
रिश्ता तब ख़ूबसूरत हो जाता है, जब जीवन-साथी,दोस्त बन , दिल में उतर जाता है।
ना बादशाह हूँ मै दिलों का,
ना शायर हूँ मै लफ़्ज़ों का ..
.. बस जुबां साथ देती है,
मै बातें दिल से करता हूँ !!
परछाई आपकी हमारे दिल में है,
यादे आपकी हमारी आँखों में है,
कैसे भुलाये हम आपको,
प्यार आपका हमारी साँसों में है।
हर मौसम में बसंत खिल जाए,
गर तुम-सा एक साथी मिल जाए।
अधूरी कहानी पर खामोश लबों का पहरा है,
चोट रूह की है इसलिए दर्द जरा गहरा है।
इक उम्र लुटा दी है उसने,
जाग कर मेरे सिरहाने,
किया जीवन नाम उसके,
कर्ज उतरे इसी बहाने।
उसके जज्बातों को जब समझोगे,
तभी रिश्तों को इज्जत दे पाओगे।
कितनी खूबसूरत हाे जाएगी ये जिन्दगी,
जब दोस्त, मोहब्बत और हमसफर एक ही इंसान हाे।
देखकर बहते आँसू आपके हम सह नहीं सकते,
मोहब्बत आपसे कितनी है हम कह नहीं सकते,
कितना भी नाराज़ हो जाएँ हम आपसे सनम,
मगर यह सच है आपके बिन हम रह नहीं सकते…!!
इन लबों पे जो हंसी है इनकी तू ही है वजह,
बिन तेरे मैं कुछ नहीं हूँ मेरा होना है बेवजह।।
रिश्ता तब खूबसूरत हो जाता है
जब जीवनसाथी दोस्त बन दिल मे उतर जाता है
मैं और तुम जैसे जनम-जनम
के साथी दिया और बाती।।
मेरी पसंद लाजवाब है
आप अपनी ही मिसाल ले लो।।