परछाई आपकी हमारे दिल में है,
यादे आपकी हमारी आँखों में है,
कैसे भुलाये हम आपको,
प्यार आपका हमारी साँसों में है।

अधूरी कहानी पर खामोश लबों का पहरा है,
चोट रूह की है इसलिए दर्द जरा गहरा है।

माना कि अहम हो आप,
मगर इस बात का कभी अहम मत करना।

मिटाना भी चाहूँ
तो भी मिटा नही सकता…!!
उसका नाम अपने दिल से…
क्यूंकि मिटाए तो वो जाते हैं
जो गलती से लिखे जाते हैं…!

इश्क में आजाद ख्याल बनालों
जिसे दिल से चाहो
उसी से दिल लगालो
जिसे दिल से चाहो
उसी से दिल लगालो