मैं आईनों से मायूस लौट आया था,
मगर किसी ने बताया बहोत हसीन हूँ मैं।
कोशिश कर रहा हुँ उसके बगैर जीने की
अगर जी गया तो इतिहास बन जाएगा और मर गया तो लाश
ये ठंडी हवाएं , काली घटाएं , मस्त फिजाएं ,
हर बार ही कुछ कहती हैं, पर सुनाई जब देती हैं,
जब वो साथ मेरे होती है।
जिनका मिलना मुकद्दर में लिखा नहीं होता,
उनसे मोहब्बत कसम से बा-कमाल होती है।
हर तन्हा रात में एक नाम याद आता है,
कभी सुबह कभी शाम याद आता है,
जब सोचते हैं कर लें दोबारा मोहब्बत,
फिर पहली मोहब्बत का अंजाम याद आता है।
हमें शायर समझ के यूँ नजर अंदाज मत करिये,
नजर हम फेर ले तो हुस्न का बाजार गिर जायेगा।
इससे ज़्यादा तुझे और कितना करीब लाऊँ मैं,
कि तुझे दिल में रख कर भी मेरा दिल नहीं भरता।
लैला की शादी में एक लफड़ा हो गया,
मजनू इतना नाचा कि लँगड़ा हो गया।
जिनको हम चुनते हैं, वो ही हमें धुनते हैं,
चाहे बीवी हो या नेता, दोनों कहाँ सुनते हैं!!
जिनके घर शीशे के होते हैं… वो तो…
कहीं पर भी बैठ कर दाढ़ी बना लेते हैं।
नींद आती है तो एक ख्वाब आता है,
ख्वाब में इक लड़की आती है,
और पीछे उसका बाप आता है,
फिर क्या…
फिर न नींद आती है न ख्वाब आता है।
हम तनहा ही चले थे ज़िंदगी का दही जमाने,
बूंदियां मिलती गयीं… रायता बनता गया।
साँसों में मेरी नज़दीकियों का इत्र घोल दे …
मैं ही क्यों इश्क़ ज़ाहिर करूँ ….
तू भी कभी बोल दे
कुछ लडकिया तो इतनी सुन्दर होती है
के मैं मन ही मन में खुद को रिजेक्ट कर लेता हु।
दिल चीर के दिखाऊ तो दर्द ढूंढ न पाओगे ,
वाह वाह दिल चीर के दिखाऊ तो दर्द ढूंढ न पाओगे ,
क्योंकि दर्द तो मेरे दांत में हैं।
गुजरूँगा तेरी गली से अब गधे लेकर क्योंकि
..तेरे नखरों के बोझ मुझसे अब उठाए नहीं जाते ✔